नयी दिल्ली: भारत 2024 तक दुनिया में सबसे बड़ा ऐप डेवलपर आधार बनाने की राह पर है, और पहले से ही सबसे बड़े स्पार्क एआर डेवलपर समुदायों में से एक है. मेटावर्स (फेसबुक) के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि भारत की उद्यमशीलता की भावना बड़े पैमाने पर अवसर पैदा कर रही है और भविष्य की उम्मीदों को बढ़ावा दे रही है. जुकरबर्ग ने ‘मेटा फ्यूल फॉर इंडिया-2021′ (Meta Fuel for India- 2021) को संबोधित करते हुए कहा कि वह भारत की ‘मेटावर्स’ के निर्माण में भूमिका को लेकर उत्साहित हैं. मेटावर्स दरअसल एक ऑनलाइन रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी और वीडियो सहित कई तकनीकों का एक संयोजन है जहां उपयोगकर्ता एक डिजिटल ‘दुनिया’ के भीतर ‘लाइव’ होते हैं
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में उद्यमशीलता की भावना पहले से ही इंटरनेट अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रही है और यह मुझे यहां के भविष्य को लेकर आशावादी भी बना रही है.” जुकरबर्ग ने कहा, भारत 2024 तक दुनिया का सबसे बड़ा ऐप डेवलपर आधार बनाने की राह पर है.” भारत में ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में बहुत वृद्धि हुई है और देश में गेमिंग में हमारा निवेश बढ़ता जा रहा है क्योंकि हम देखते हैं कि यह मेटावर्स में कैसे आकार लेने जा रहा है,” उन्होंने कहा.कंपनी के मेटावर्स के दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए, जुकरबर्ग ने कहा कि मेटावर्स मोबाइल इंटरनेट का उत्तराधिकारी बनने जा रहा है.
उन्होंने बताया, “यह इस इमर्सिव इंटरनेट है जहां आप इसे देखने के बजाय इसमें हैं… यह एक ऐसा इंटरनेट होने जा रहा है जहां आपको लगता है कि आप वहां हैं और आप लोगों के साथ और अन्य जगहों पर मौजूद हैं. और, मुझे लगता है कि यह तकनीकी प्रवृत्तियों की निरंतरता है जिसे हमने पिछले कुछ दशकों में देखा है”.